हैलो दोस्तों जैसा की आप सब जानते हैं की प्यार आज कल आम बात है अगर आप एक 14 साल के बच्चे से पंछे की वो सबसे ज्यादा किस को प्यार करता/करती है तो वो अपने लवर का नाम लेगा/लेगी।
कुछ ऐसी ही एक कहानी है है उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जेल के लंभुआ नामक स्थान से जो अपनी प्रेमिका से बहुत प्यार करता था।
अंश लव |
दोस्तों ये कहानी लंभुआ निवासी आयुष तिवारी की है जिनको एक लड़की से प्यार हो गया था और वो लड़की सुल्तानपुर में रहती थी ।
ये प्यार की हद इस कदर पार कर चुके थे की इनको दिन रात से कोई मतलब नहीं रहता था जब हम सब सुबह सो के उठते हैं तब इनकी रात होती थी मतलब ये देश की सेवा में बॉर्डर पर खड़े सैनिक से कम नहीं थे।
इनको ठंढी गर्मी से कोई मतलब नहीं था अगर मिलने का मन हो गया तो ये अच्छी खासी ठंढी मे भी आधी रात को मिलने सुल्तानपुर चले जाते थे।
और एक बात और दोस्तों ये जितना एक दूसरे से प्यार करते उतना ही लडाई भी होती थी और ये दोनों लडाई हमेशा सोशलमीडिया पर करते थे मतलब सीधा ब्लॉक करो।
एक दूसरे को ये रोता हुआ नहीं देख सकते थे लेकिन रुलाते भी खुद ही थे एक बार ब्लॉक करने पर कुछ घंटो मे ही 400-500 काल 📞 और मैसेज 📩 आ जाते थे।
इन दोनों ने अपने प्यार को अंश लव नाम दिया था। और इसी नाम से दोनो जाने भी जाते थे।
लेकिन इन दोनों के प्यार को किसी की नजर लग गई अभी कुछ दिन पहले ही आयुष तिवारी के दादा जी निधन हो गया जिस वजह से आयुष बहुत उदास था और इसी बीच उसने अपनी जान से ज्यादा प्यारी ( जिसमे उसकी जान बस्ती थी) अपनी प्रेमिका को ब्लॉक कर दिया।
और जब आयुष तिवारी ने उन्हें ब्लॉक लिस्ट से हटाया है तब से उनकी प्रेमिका उनसे नाराज है एक महीने से ज्यादा निकल चुका है आयुष तिवारी मनाने मे लगे है और उनकी मैडम जी कुछ सुनने को तैयार नहीं हैं।
आयुष जी इनमे गलती आपकी भी है आप उन्हें मनाये और उन्हें विश्वास दिलाये की अब ऐसा नहीं होगा आपसे।