कंप्यूटर का परिचय ( computer ka parichay in hindi ) कंप्यूटर की पीढियां

कंप्यूटर का परिचय ( Introduction to Computers in hindi ) || कंप्यूटर की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में ||

कंप्यूटर का परिचय ( computer ka parichay in hindi ) कंप्यूटर की पीढियां

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसका उपयोग लिटिल गार्डन करने से लेकर अक्षर को लिखने मल्टीमीडिया एप्लीकेशन विकसित करने वित्तीय और बैंकिंग उपयोगों तथा रेलवे टिकट ओं की है बुकिंग और अन्य क्षेत्रों के स्कूल के लिए किया जाता है

कंप्यूटर के पार्ट ( parts of computer )

कंप्यूटर के मुख्य पाठ कंप्यूटर के मुख्य पार्ट मॉनिटर सीपीयू कीबोर्ड माउस है । जिनमें सबसे महत्वपूर्ण सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट है जिसे हम सीपीयू कहते हैं । सीपीयू को ही कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है यह कंप्यूटर सिस्टम के मस्तिष्क के रूप में कार्य करता है।

कंप्यूटर का परिचय ( computer ka parichay in hindi ) कंप्यूटर की पीढियां

कंप्यूटर तब काम करते हैं जब किसी विशेष भाषा में निर्देश जाते हैं एक कार्यक्रम में ऐसे कई निर्देशों को एक साथ जोड़ा जाता है।

कंप्यूटर क्या है ?( what is computer )

कंप्यूटर (अंग्रेजी: Computer) (अन्य हिन्दी नाम – अभिकलित्र, संगणक, अभिकलक, परिकलक) वस्तुतः एक अभिकलक यंत्र (programmable machine) है 

कंप्यूटर एक मशीन है जो डेटा की गणना, स्टोर करने और जानकारी का प्रबंधन करने के निर्देशों को संसाधित करता है। कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से बने होते हैं. Computer शब्द, Latin शब्द “computare” से लिया गया है. इसका अर्थ है Calculation करना या गणना करना.

कंप्यूटर के मुख्य भाग कौन कौन से होते है? ( What are the main parts of a computer? )

  1. सिस्टम इकाई (system unit)
  2. इनपुट आउटपुट डिवाइस (input output devices)
  3. भण्डारण इकाई (storage unit)
  4. संचार (communication)

सिस्टम इकाई ( system unit) – इसे ‘सिस्टम कैबिनेट’ भी कहा जाता है, कंप्यूटर के मुख्य भाग इसके अन्दर लगे हुए होते है, जैसे प्रोसेसर, रेम, मदरबोर्ड इत्यादि।

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मदर बोर्ड 

इनपुट आउटपुट डिवाइस (input output device) – कंप्यूटर के प्रयोगकर्ता से इनपुट लेने और उसे आउटपुट दिखाने के लिए प्रयोग होने वाले यंत्र इस श्रेणी में आते है, जैसे कीबोर्ड, माउस, टचपैड, स्कैनर, मॉनिटर, प्रिंटर इत्यादि।

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माउस 🐁

 भण्डारण इकाई (storage unit) – कंप्यूटर के साथ जुडी वह मेमोरी इकाई जिसमे कंप्यूटर का सभी डाटा सहेज कर रखा जाता है, जैसे हार्ड डिस्क, सी.डी., फ्लोपी डिस्क, पेन ड्राइव, बाहरी हार्ड डिस्क, डी.वी.डी. इत्यादि।

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हार्ड डिस्क

संचार (communication) – किसी कंप्यूटर को अन्य कंप्यूटर और इंटरनेट से जोड़ने के लिए प्रयोग में आने वाले यंत्र इस श्रेणी में आते है, जैसे मॉडेम, वाई फाई रिसीवर इत्यादि ।

कंप्यूटर का परिचय ( computer ka parichay in hindi ) कंप्यूटर की पीढियां
कम्प्यूटर मॉडेम

कंप्यूटर में कितने जनरेशन होते हैं? ( how many generations of computer )

कंप्यूटर की पांच पीढ़ियां हैं। कंप्यूटर की प्रत्येक पीढ़ी को एक नए सेकंड और तार्किक विकास के आधार पर डिज़ाइन किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप बेहतर, सस्ते और छोटे कंप्यूटर होते हैं जो अधिक, शक्तिशाली, तेजी से उनके डेसर्स को प्रभावित करते हैं।

प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटर  (First Generation of Computer )

कम्प्यूटर की प्रथम पीढ़ी की शुरूआत 1940 से 1945 से मानी जाती है। पहली पीढ़ी के कम्प्यूटरों में Vacuum Tube or Thermionic Valve (थर्मीऑन वाल्व) प्रयुक्त किये जाते थे। ये कम्प्यूटर बहुत बड़े आकार के होते थे और उन पर प्रोग्राम लिखना कठिन होता था ।

प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटरों के गुण 

वैक्यूम ट्यूब ( vacuum tube )

उस समय अकेले इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स थे इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर का आविष्कार ट्यूब में ही संभव बनाया। इस समय तीव्र गति से गणना करने वाले अकेले यंत्र थे जो मिली सेकंड में गणना कर सकते थे ।

सीमाएं

आकर मैं बहुत बड़े थे विश्वसनीय नहीं थे थे हजारों बैक यूट्यूब नियमित रूप से बड़ी मात्रा में गर्मी पैदा करती थी वातानुकूल अन की आवश्यकता पड़ती थी हार्डवेयर में टूट-फूट खराबी आदि की संभावना अधिक होती थी । यह कंप्यूटर बहुत मांगे थे कार्य करने योग्य बनाने के लिए कंप्यूटर के प्रभाव से जोड़ने पड़ते थे। इन्हें नियमित देखभाल की अधिक आवश्यकता होती थी। 

द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर ( second generation of computers )

कंप्यूटर के द्वितीय पीढ़ी की शुरुआत 1955 से 1964 तक मानी जाती है इस वीडियो में वाक्यों की जगह ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया गया इसका आविष्कार विनियम शॉक्ली ( williom shoclky ) की ने किया ।

गुण

द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर में वेक्यूम ट्यूब की जगह ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया जाने लगा था मशीन भाषा की जटिलताओं को दूर करने के लिए सरल एवं उच्च स्तरीय भाषाओं का विकास किया गया पहली पीढ़ी की तुलना में कंप्यूटर का आकार छोटा हुआ कंप्यूटर की गति पहली पीढ़ी के कंप्यूटर की तुलना में तेज थी।

द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर IBM 1620 , IBM7094 , CDC1604 आदि थे ।

तृतीय पीढ़ी के कम्प्यूटर (third generation of computers )

तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर कि बात की जाये तो 1964 से 1971 तक के कम्प्यूटर को इस पीढ़ी में लिया गया है। तीसरी पीढ़ी के आने से कम्प्यूटर के क्षेत्र में काफी विकास हुआ। इस पीढ़ी के कम्प्यूटर में ट्रांजिस्टर के स्थान पर इंट्रीग्रेटेड सर्किट (IC) का प्रयोग किया जाने लगा।

गुण 

नितिन पीने के कंप्यूटर में आई सी टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया आईसीआई इंटीग्रेटेड सर्किट यह एक कांपलेक्स चिप होता है, मैं बहुत से ट्रांजिस्टर शामिल होते हैं आई सी के आविष्कारक जैक किल्बी ( jack kilby ) है।

तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर में ही मॉनिटर सीपीयू कीबोर्ड और माउस का प्रयोग किया गया

तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर प्रथम पीढ़ी और दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर से बहुत अधिक गति से कार्य करते थे।

मल्टी प्रोग्रामिंग का प्रयोग इसी जनरेशन से स्टार्ट हुआ था।

 चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर ( 4th generation of  computers )

चतुर्थ पीढी के कम्प्यूटर की शुरुआत सन् 1971 से हुई | सन् 1971 से लेकर 1985 तक के कम्प्यूटरों को चतुर्थ पीढ़ी के कम्प्यूटरों की श्रेणी में रखा गया है। इस पीढ़ी में IC (Integrated Circuit) को और अधिक विकसित किया गया जिसे विशाल एकीकृत सर्किट (Large Integrated Circuit) कहा जाता हैं।

गुण 

इस पीढ़ी के कंप्यूटर कम पावर पर भी काम करते थे।

इस पीढ़ी के कंप्यूटर की पीढ़ी के कंप्यूटर की तुलना में काफी विश्वसनीय थे इस पीढ़ी के कंप्यूटर में हार्डवेयर से संबंधित खर्चा भी कम आती थी ।

इन कंप्यूटरों के मूल्य कम होने के कारण इसे कोई भी खरीद सकता था जो कि हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण था।

पांचवें पीढ़ी के कंप्यूटर ( fifth generation of  computers )

पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर, जिन्हें आधुनिक कंप्यूटर भी कहा जाता है, अभी भी विकास के चरण में हैं और Artificial intelligence पर आधारित हैं। 1982 में जापान ने FGCS (Fifth Generation Computer System) का आविष्कार किया था। इसने माइक्रोप्रोसेसरों के विकास में क्रांति ला दी।

गुण ( विशेषता)

Use of Artificial Intelligence: 5वीं पीढ़ी के कंप्यूटरों की मुख्य विशेषता यह है कि इस पीढ़ी के कंप्यूटरों ने AI (Artificial Intelligence) की अवधारणा का इस्तेमाल किया गया है, जो कंप्यूटर को अधिक शक्तिशाली बनाने में मदद करता है। आज नेविगेट करने से लेकर ब्राउज़िंग तक, हर जगह AI का उपयोग हो रहा हैं। इसके अलावा, AI का उपयोग वीडियो एनालिसिस, इमेज प्रोसेसिंग और अन्य दूसरे समस्याओं को हल करने के लिए भी किया जा रहा है। 

Huge Storage Capacity: HDD जैसे उच्च भण्डारण क्षमता वाले स्टोरेज डिवाइस उपयोग किया गया है जो हमे बड़ी से बड़ी फाइल को स्टोर करने में मदद करते है | हालांकि SSD स्टोरेज उपलब्ध है जो HDD की तुलना में तेज है इसलिए, पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर, तेज और बड़े भंडारण की क्षमता रखते हैं।

Evolution of Multimedia-: Multimedia, ऑडियो (ध्वनि), text, ग्राफिक्स, एनिमेशन और वीडियो का संयोजन है जो कंप्यूटर द्वारा आपको प्रदान किया जाता है।

Different sizes of computer-: इस पीढ़ी में यूजर की आवश्यकता के अनुसार अलग अलग साइज के कंप्यूटर उपलब्ध हैं।

Use of Internet-: इंटरनेट एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो पूरी दुनिया के लोगो को आपस में जोड़ने का कार्य करता है। लोग जानकारी के लिए इंटरनेट पर खोज कर सकते हैं, नई जानकारी जोड़ सकते हैं और विभिन्न विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं।

इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में ULSI (ultra large scale integration) तकनीक का उपयोग किया गया है।

कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी में पीसी को कम कीमत में खरीदा जा सकता है। 

ये अधिक पोर्टेबल और पावरफुल हैं।

कंप्यूटर भरोसेमंद और कम खर्चीले हैं। इनका निर्माण करना आसान है। 

इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में Parallel processing का उपयोग किया जाता है।

पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर में यूजर के अनुकूल इंटरफेस और मल्टीमीडिया फ़ंक्शन शामिल हैं।

HDD और SSD जैसे स्टोरेज डिवाइसेस के कारण इनकी भण्डारण क्षमता काफी ज्यादा और तेज हो गई है | 

पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर का उदाहरण (Examples of Fifth Generation Computer)

पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर के उद्हारण हैं –

Chromebook

UltraBook

Tablet 

Desktop

Laptop

NoteBook

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