Hindi Moral stories
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घमंडी हाथी और चींटी की कहानी
The story of the pride elephant and the ant
एक जंगल में एक घमंडी हाथी रहता था वह बहुत ताकतवर था समझता था कि उससे बड़ा और ताकतवर कोई नहीं है । वह पूरे जंगल को अपना ही समझता था, और खुद को जंगल का राजा कहता था ।
सभी जानवर उससे डरते थे, कोई भी उसके सामने नहीं आना चाहता था जब एक बार हाथी रास्ते से जा रहा था तब सामने से एक चींटी खाना ले जाते हुए दिखी । हाथी चींटी से बोला कि तू मुझसे क्यों नहीं डर रही है पूरा जंगल मुझसे डरता है फिर चींटी कहती है कि मैं तुमसे क्यों डरूं ?
फिर हाथी को गुस्सा आ जाता है , और वह चींटी द्वारा इक्कठे गए सारे अनाज को मिट्टी में मिला देता है । और कहता है कि मुझसे बलवान कोई नहीं है यह पूरा जंगल मेरा है मैं इस जंगल का राजा हूं ।
चींटी कहती है कि तुम बलवान हो लेकिन किस बात पर तुम्हे इतना घमंड नहीं करना चाहिए । चींटी की बात सुनकर हाथी हंसने लगा और बोला अच्छा तो तुम क्या कर लोगी मेरा ।🤔
फिर चींटी ने मन ही मन सोचा की अब तो इसको सबक सिखाना ही होगा और चुपचाप उसके नाक में घुस जाती है और फिर उसको जोर – जोर से काटने लगती है ।
और फिर हाथी को बहुत दर्द होता है वह चिल्लाने लगता है फिर हाथी चींटी से माफी मांगता है कि माफ कर दो चींटी बहना माफ कर दो मैं समझ गया मेरी गलती है ।
मुझे अपने विशाल शरीर पर घमंड नहीं करना चाहिए । और फिर हाथी अपनी गलती समझ जाता है और चींटी से माफी मांग लेता है
इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?