hindi Moral stories
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चालक बंदर और दो बिल्ली की कहानी
किसी गांव में दो बिल्लियां 🐈🐈रहती थी , एक दिन उन्हें कही से एक रोटी 🍞 का टुकड़ा मिल गया ।
दोनों बिल्लियां उसपर झपट पड़ी ।
पहली बिल्ली – यह मेरी है
दूसरी बिल्ली – नहीं, यह मेरी है ।
इतने में वहा से एक बंदर 🐒निकला । रोटी का टुकड़ा देखकर उसके मुंह में पानी आ गया , रोटी को पाने के किए उसके दिमाग में एक उपाय सूझी ।
उसने दोनों बिल्लियों 🐈 🐈 से कहा लाओ रोटी मुझे दो मैं तुम दोनों को बांटकर आधी-आधी रोटी दे दूंगा ।
बिल्लियों ने बंदर🐒 की बात मान ली , बंदर ने रोटी के दो टुकड़े किए और एक तराजू के दोनों पलड़े रखा ।
फिर बंदर बोला एक तरफ रोटी थोड़ा ज्यादा है लाओ इस तरफ से थोड़ा खा लेता हु ।
उसने थोड़ी रोटी खा ली ।
अब दूसरा रोटी का टुकड़ा बड़ा रह गया ,यह कहकर उसने दूसरे टुकड़े में से भी थोड़ी रोटी खा ली ।
ऐसा करते करते वह पूरी रोटी खा गया। और वहां से चला गया ।दोनों बिल्लियां देखती रह गई ।
इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?
हमने सीखा– हमें आपस में कभी झगड़ना नहीं चाहिए क्योंकि इससे हमारा ही नुकसान होता है ।