चूहा और चांद (chuha aur chand ki kahani in hindi Moral storie ) interesting facts || brandbhai116 ||

Moral storie

चूहे ने पकड़ी चांद को खाने की ज़िद

चूहे ने पकड़ी चांद को खाने की ज़िद

एक था चूहा। उसका नाम था- चिक्की । वह आसमान में चाँद को एकटक देखता रहता। उसे लगता, जैसे चाँद कोई पनीर का टुकड़ा हो । चिक्की का मन हमेशा चाँद को खाने के लिए मचल उठता।

एक रात उसने अपने मित्र बंदर को यह बात बताई। बंदर बोला- इसमें कौन-सी बड़ी बात है। चिक्की, तुम मेरी पीठ पर बैठ जाओ। मैं पेड़ की डाल पर झूलता हुआ आसमान पर पहुँच जाऊँगा। तब तुम चाँद को खा लेना। यह सुनकर चिक्की बहुत खुश हुआ। बंदर चिक्की को अपनी पीठ पर बैठाकर पेड़ की डाल पर झूलने लगा। वह चाँद तक न पहुँच सका।

चिक्की निराश हो गया। वह कुछ सोचने लगा। थोड़ी ही देर बाद उसके पास एक जिराफ़ आया। चिक्की ने जिराफ़ को अपनी इच्छा बताई। जिराफ़ ने कहा- प्यारे चिक्की, तुम चिंता मत करो। मेरी गरदन पर बैठो। मैं अपनी गरदन ऊँची करूँगा। तब

तुम चाँद को खा लेना। चिक्की जिराफ़ की गरदन पर झट से चढ़ गया। जिराफ़ ने बहुत कोशिश की, पर वह भी चाँद तक नहीं पहुँच सका।

चूहे ने बचाई शेर की जान

अब चिक्की ने अपनी बात कबूतर को बताई। कबूतर ने कहा- बस इतनी-सी बात! चिक्की, तुम मेरे पैरों को कसकर पकड़ लो। मैं ऊपर आसमान की ओर उडूंगा। तब तुम झटपट चांद को खा लेना।

चिक्की ने वैसा ही किया। कबूतर उड़ा, पर वह – चांद से  काफ़ी दूर था। चिक्की चाँद को न खा सका।  बंदर, जिराफ़ और कबूतर तीनों ने चिक्की से कहा हमें क्षमा कर देना मित्र! हम तुम्हें चाँद तक नहीं पहुँचा सके।

चिक्की बोला- तुम सब क्यों दुखी होते हो? तुम सबने मेरी मदद करने की कोशिश की, यही बहुत है। तुम सबको छोड़कर मैं आसमान में जाकर चाँद को नहीं खाना चाहता।

भले ही वह पनीर से क्यों न बना हो ! इतना कहकर चिक्की खिल-खिलाकर हँस पड़ा। उसे हँसता देख बंदर, जिराफ़ और कबूतर भी हँसने लगे।

इस कहानी से हमने क्या सीखा ?

 हमने सीखा=  मुसीबत में ही सच्चे मित्र की पहचान होती है।


110+ दाढ़ी स्टाइल फोटो ( beard styles photo )

Mother’s day quotes in Hindi

When are twins bron

Bodh katha | बोध कथा |
निरर्थक श्रम 

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *